मण्डला - कलेक्टर हर्षिका सिंह ने स्कूल शिक्षा विभाग एवं महिला बाल
विकास की समीक्षा बैठक ली। बैठक में उन्होंने स्कूल शिक्षा विभाग को निर्देशित
किया कि नई कक्षाओं में प्रवेश प्रक्रियाओं को जल्द पूरा करें। उन्होंने कक्षावार
भर्ती होने वाले विद्यार्थियों की आंकड़ेवार जानकारी ली। श्रीमती सिंह ने जिला
शिक्षा अधिकारी एवं सहायक आयुक्त आदिवासी विकास को निर्देशित किया कि सभी
प्राचार्यों एवं बीईओ को भर्ती प्रक्रिया में तेजी लाने के निर्देश दिए। भर्ती
प्रक्रिया संबंधी जानकारी पोर्टल पर अपडेट भी करें। ऐसे शिक्षक एवं अधिकारी जो
भर्ती प्रक्रिया को पूर्ण करने में लापरवाही बरत रहे हैं उनके वेतन रोकने संबंधी
कार्यवाही करें। कलेक्टर ने विद्यार्थियों को शिक्षा प्रक्रिया से जोड़ने आवश्यक
निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि विद्यार्थियों के लिए मोहल्ला क्लासेस प्रारंभ करें
तथा अध्ययन सामग्री वितरण शुरू करें। इसी प्रकार दूरस्थ इलाकों में रहने वाले
बच्चों के लिए मोबाईल गाड़ियों के माध्यम से भी शिक्षा की व्यवस्था करें।
श्रीमती सिंह ने विद्यार्थियों के लिए लायब्रेरी
शुरू करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि ई-लायब्रेरी के माध्यम से भी उन्हें
लाभान्वित किया जाए। साथ ही दिव्यांग विद्यार्थियों एवं अन्य को भी प्रतियोगी
परीक्षाओं की तैयारियों के लिए जरूरी मदद कर व्यवस्था बनाएं। उन्होंने साइंस लैब, संडे क्विज
प्रतियोगिता पुनः प्रारंभ करने के निर्देश दिए। कलेक्टर ने बच्चों को वितरित किया
जाने वाले ड्राय राशन के वितरण संबंधी विस्तृत जानकारी ली। उन्होंने विद्यार्थियों
के लिए समय-समय पर अनेक जागरूकता कार्य आयोजित करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा
कि बच्चों को हाथ धोने, स्थानीय भाषा में जागरूकता संदेश तथा कोविड
प्रोटोकॉल के अनुसार व्यवहार करने शिक्षित करें साथ ही उनके माध्यम से उनके
माता-पिता को भी जागरूक करें। श्रीमती सिंह ने शिक्षा एवं आदिवासी विकास विभाग को
निर्देशित किया कि आगामी शैक्षणिक सत्र के मद्देनजर शिक्षकों के रिक्त पदों का
समायोजन सुनिश्चित करें। जिन स्थानों में शिक्षकों की कमी है वहां प्राथमिकता से
शिक्षकों की नियुक्ति करें।
कलेक्टर ने महिला बाल विकास विभाग की समीक्षा
करते हुए कहा कि गर्भवती महिलाओं का नियमित स्वास्थ्य जांच सुनिश्चित हो। इसी
प्रकार कुपोषित बच्चों का चिन्हांकन, सर्वे कार्य पूर्ण करते हुए उन्हें पोषण आहार
वितरण सुनिश्चित करें। श्रीमती सिंह ने कहा कि महिला बाल विकास का अमला सर्वे करते
हुए पात्र बच्चों को आंगनवाड़ी केन्द्रों में पंजीकृत करें। उन्होंने रेडी-टू-इट पर
चर्चा करते हुए इसके वितरण संबंधी जरूरी निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री
बाल कल्याण योजना के अंतर्गत जिले के सभी पात्र बच्चों को लाभ देना सुनिश्चित
करें। इसी प्रकार शिक्षा, महिला बाल विकास विभाग तथा आदिवासी विकास विभाग
बच्चों के लिए एनआरएलएम के साथ समन्वय मॉस्क तैयार करें एवं वितरित करें।
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