मण्डला - भारत सरकार द्वारा मत्स्य
पालन के लिए वित्तीय वर्ष 2020-21 प्रधानमंत्री मत्स्य संपदा योजना प्रारंभ की गई है।
इस योजना का मुख्य उद्देश्य मछली उत्पादन में वृद्धि, गुणवत्ता तकनीकी आधारभूत संरचना एवं प्रबंधन के अंतर
को कम करना मूल्य श्रंखला का आधुनिकीकरण एवं सुदृढ़ीकरण करना, मत्स्य पालन प्रबंधन ढ़ांचा की स्थापना तथा मछुआरों
एवं मत्स्य कृषकों की आय को बढ़ाना है। सहायक संचालक मत्स्योद्योग ने बताया कि इस योजना में
विभिन्न योजनाएं जिसमें मत्स्य बीज उत्पादन के लिए बीज उत्पादन हैचरी की स्थापना, नवीन मत्स्य बीज संवर्धन हेतु पोखर, तालाब का निर्माण, नवीन तालाब का निर्माण, मिश्रित मत्स्य पालन, पंगेशियस मछली पालन, तिलापिया मछली पालन के लिए इनपुट्स की व्यवस्था, जलाशय में मत्स्य अंगुलिकाओं का संचयन रंगीन मछलियों
की ब्रेडिंग एवं रियरिंग के लिए इकाई की स्थापना, पुनः संचारी जल कृषि प्रणाली (आर.ए.एस.) की स्थापना, बायोफ्लोक की स्थापना, आईस बॉक्स युक्त मोटर साईकिल, साईकिल, मछली बिक्री के लिए ई-रिक्शा रेफ्रीजरेटर ट्रक, जलाशय में केज, पेन स्थापना, फिश फिड मिल प्लांट, मछली क्यिोस्क का निर्माण, थोक मछली बाजार का निर्माण, आईस प्लांट स्थापना इत्यादि शामिल है। इस योजना में
अनुसूचित जनजाति, अनुसूचित
जाति एवं महिला वर्ग के हितग्राहियों को इकाई लागत् का 60 प्रतिशत एवं सामान्य वर्ग तथा अन्य पिछड़ा वर्ग के
हितग्राहियों को 40
प्रतिशत अनुदान दिया जाएगा।
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