मण्डला : जिले में आज से 700 संविदा स्वास्थ्य कर्मी हड़ताल पर - newswitnessindia

Breaking

Your Ad Here

Tuesday, April 18, 2023

मण्डला : जिले में आज से 700 संविदा स्वास्थ्य कर्मी हड़ताल पर

मण्डला - आज से संविदा स्वास्थ्य कर्मचारी भी अपनी मांगों को लेकर हड़ताल पर  जाने का निर्णय लिया हैं। सोमवार को सभी विकासखंड के सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्रों में पदस्थ संविदा स्वास्थ्य कर्मियों ने हड़ताल पर जाने के लिए एक सूचना  स्वास्थ्य केन्द्र के विकासखंड चिकित्सा अधिकारी को दे दी गई है। जिसमें बताया गया कि एनएचएम संविदा स्वास्थ्य कर्मचारियों द्वारा लगातार अपनी विधि सम्मत मांगों को शासन के सम्मुख रखा जा रहा है लेकिन अभी तक इसका कोई भी निष्कर्ष नहीं निकल पा रहा है। जिसको लेकर प्रदेश के 32 हजार  कर्मचारियों एवं उनके परिवारों में भारी असंतोष एवं रोष व्याप्त हैं। ज्ञापन में कहां गया है कि एनएचएम संविदा स्वास्थ्य कर्मचारियों द्वारा 2018 से 2022 तक कई बार ज्ञापन, विरोध प्रदर्शन एवं हड़ताल किया गया और पिछली हड़ताल 15 दिसंबर 2022 से 15 जनवरी 2023 तक चली।  जिस पर शासन द्वारा एक माह में न्याय उचित मांगों का निराकरण करने का आश्वासन दिया गया था लेकिन आज दिनांक तक इस पर कोई कार्यवाही नहीं की गई। एनएचएम संविदा स्वास्थ्य कर्मचारी संघ के जिलाध्यक्ष डॉ. मुकेश झारिया ने बताया कि 15 दिसंबर से 3 जनवरी तक संविदा कर्मियो ने अपनी मांगो को लेकर हड़ताल की थी। जिसमें शासन और सरकार द्वारा एक माह में मांग पूर्ण कराने का आश्वासन दिया गया था लेकिन तीन माह से अधिक समय बीत जाने के बाद भी किसी भी मांग को पूरा नहीं किया गया है। जिससे प्रांतीय निकाय के आव्हान पर आज 18 अप्रैल से बेमियादी हड़ताल की शुरूआत की जा रही है। जिले में करीब 700 से अधिक संविदा स्वास्थ्य कर्मियो के हड़ताल पर जाने से जननी सुरक्षा योजना, प्रसूति सहायता योजना के भुगतान पूरी तरह से ठप्प हो जाएंगे। इसके साथ उप स्वास्थ्य केन्द्र में एएनएम नहीं रहने से टीकाकरण और स्वास्थ्य सेवाएं प्रभावित होंगी। सीएचओ के हड़ताल पर रहने से गर्भवती महिलाओ की जांच नहीं हो पाएंगी। मैनेजमेंट केडर के हड़ताल पर रहने से कार्यालयीन कामकाज ठप्प हो जाएंगे। जिलाध्यक्ष ने बताया कि कर्मियो की मांग है कि अधिकारी, कर्मचारियो को नियमित किया जाये। नियमितीकरण तक 5 जून 2018 की नीति का लाभ दिया जाए। सीएचओ को एमएलएचपी केडर के तहत नियमित किया जाये। आउट सोर्स प्रथा बंद करते हुए आउट सोर्स को मर्ज किया जाये। निष्कासित को वापस किया जाये। दिसंबर की हड़ताल के दौरान जिन कर्मियो पर प्रकरण दर्ज किये गये है उन्हें वापस लिया जाये। इस हड़ताल में पूरे प्रदेश मे 32 हजार से अधिक संविदा कर्मी शामिल हो रहे है।

 

खबरों से अपडेट रहने के लिए Whatsapp से जुड़े क्लिक करे..



No comments:

Post a Comment