मण्डला - जिले के संविदा स्वास्थ्य कर्मी अपनी तीन सूत्रीय मांगो को लेकर बेमियादी हड़ताल पर चले गये है। स्वास्थ्य कर्मियों की हड़ताल से जिले की स्वास्थ्य सेवाएं प्रभावित हो गई है। संविदा कर्मियो का कहना है कि मांग पूरी होने तक आंदोलन जारी रहेगा। संविदा स्वास्थ्य कर्मियो ने इससे पहले 15 दिसंबर से 4 जनवरी तक हड़ताल की थी। जिसमें शासन व सरकार ने एक माह में मांग पूरी करने का आश्वासन दिया था लेकिन तीन माह बाद भी कोई आदेश जारी नहीं किये गये है जिससे एक बार फिर हड़ताल शुरू कर दी गई है।
एनएचएम संविदा स्वास्थ्य कर्मचारी संघ के जिलाध्यक्ष डा.मुकेश झारिया ने बताया कि सरकार द्वारा स्वास्थ्य विभाग के संविदा कर्मियो की वर्षो से उपेक्षा की जा रही है। सभी विभाग में 5 जून 2018 की नीति लागू कर दी गई है लेकिन स्वास्थ्य विभाग में अब तक इसे लागू नहीं किया गया है जिससे कर्मियो को बेहद कम मानदेय में परिवार का भरण पोषण करना पड रहा है। भविष्य सुरक्षित नहीं है। जिससे अब आर-पार की लडाई के लिए हडताल शुरू की गई है।
संविदा
कर्मियो की मांग है कि नियमितीकरण किया जाये। नियमितीकरण तक 5 जून 2018 की नीति
लागू की जाये। सीएचओ को एमएलएचपी केडर में नियमित किया जाये। आउटसोर्स को मर्ज
किया जाये। पिछली हडताल के दौरान दर्ज किये गये प्रकरण वापस लिये जाये। मंगलवार को
कलेक्ट्रेट मार्ग पर हडताल की शुरूआत की गई जिसमें बडी संख्या में पूरे जिले से
आये संविदा कर्मी मौजूद रहे। दो संविदा कर्मी भूख हडताल पर रहे। बताया गया कि
प्रतिदिन यहां क्रमिक भूख हडताल की जायेगी।
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