मंडला - मंडला जिला मुख्यालय में जैन समाज के पुरूष, महिलाओं और युवाओं ने हाथ में काली पट्टी बांध मौन जुलूस निकालकर विरोध प्रदर्शन किया। जैन साधु की नृशंस हत्या के विरोध में जैन मंदिर पड़ाव से रैली निकालकर कलेक्ट्रेट कार्यालय ज्ञापन सौंपने पहुंचे। जहां इन्होंने राष्ट्रपति के नाम ज्ञापन सौंपा। इसके विरोध में गुरुवार को जैन समाज के लोगों ने अपने प्रतिष्ठान बंद रखे। जैन समाज के लोगों ने बताया कि जैन समाज के विद्वान तपस्वी जैन आचार्य कामकुमार नंदी महाराज ने कर्नाटक के चिक्कोड़ी जिले के हीरेखोड़ी ग्रामीण क्षेत्र में एक गुरूकुल पार्शवनाथ जैन आश्रम की स्थापना की थी। जिसके माध्यम से वे लगभग 15 वर्षों से शिक्षा का प्रसार कर ग्रामीणों के विकास एवं उत्थान का कार्य कर रहे थे। इस के लिए निकट के नंदी पर्वत आश्रम पर निवास कर रहे थे। विगत 5-6 जुलाई को कुछ अवांछित लोगो ने जबरन आश्रम में घुसकर उनसे मार-पीट की करेंट लगाकर भीषण यातनाएं दी और फिर क्रु्ररता पूर्वक उनके शरीर के टुकड़े-टुकडे कर दर्दरता की सारी सीमाएं लांघ दी। सकल दिगंबर जैन समाज के पदाधिकारयों का कहना है कि संत की जघन्य हत्याकांड ने देश के गौरवशाली इतिहास पर एक काला धब्बा लगा दिया है। राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री, मुख्यमंत्री के नाम कलेक्टर को सौंपे ज्ञापन में घटना की सीबीआई जांच व फास्ट ट्रैक कोर्ट में सुनवाई की मांग की गई है। इसके साथ ही जैन साधुओं के निर्विघ्न सुलभ विहार में व प्रवास में समुचित सुरक्षित व्यवस्था की मांग रखी गई है। जैन समाज का कहना है कि लंबे विहारों में हाइवे पर हर 7-9 किमी पर ठहरने की व्यवस्था हो। जैन आयोग का वक्फ बोर्ड की तर्ज पर गठन किया जाए। जैन अचल तीर्थो की पूर्ण सुरक्षा की जाए।
आवशयकता
प्रदान, देश का एक प्रमुख ग्रामीण विकास पर काम करने वाला NGO है, जो 8 राज्यों में काम कर रहा है। यहाँ कम से कम 2 साल से अधिक अनुभव वाली महिला प्रोफेशनल्स की आवशयकता है। चयनित उमिद्वारो को रू. 8.6 लाख वार्षिक CTC दिया जायेगा। इक्छुक उम्मीदवार
http://www.pradan.net/join-us/#careers लिंक क्लिक कर के 30 जुलाई 2023 तक आवेदन कर सकते है।
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