अतिक्रमण पर चला प्रशासन का बुलडोजर - newswitnessindia

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Monday, August 7, 2023

अतिक्रमण पर चला प्रशासन का बुलडोजर

राजस्व अमले ने जेसीबी से हटाया अनाधिकृत कब्जा


मंडला - चाहे शहर के मार्ग किनारे अतिक्रमण हो या बस्तियों, कालोनियों में लोगों द्वारा किए गए अतिक्रमण सब परेशानी का सबब है। अतिक्रमण की वजह से आवागमन तो प्रभावित होता ही है, इसके साथ ही गुजरने वाले लोगों को इसकी वजह से काफी परेशानी उठानी पड़ती है। लेकिन जिले भर में अतिक्रमणकारियों का मकड़ाजाल बिछा हुआ है। जब शिकायत की जाती है तो तब ही इस अतिक्रमण पर कार्रवाई होती है। संबंधित अधिकारी, कर्मचारियों के संज्ञान में होने पर फैले अतिक्रमण का जाल खत्म किया जा सकता है। लेकिन अपने कार्य के प्रति उदासीनता बरतते हुए इस अतिक्रमण के मकड़ाजाल पर कार्रवाई नहीं की जाती है। ऐसा ही अतिक्रमण का एक मामला सामने आया है। 

जिसकी शिकायत विगत 21 फरवरी 2023 को जनसुनवाई में की गई थी। जिसका समाधान करीब छह माह बाद किया गया। जानकारी अनुसार 80 वर्षीय आवेदिका श्रीमति विंध्यवासिनी दुबे अतिक्रमणकारी से परेशान होकर 21 फरवरी को जनसुनवाई में तत्कालीन कलेक्टर को सार्वजनिक मार्ग में किए गए अतिक्रमण के संबंध में जानकारी दी गई। आवेदिका की शिकायत का मंडला तहसीदार द्वारा संज्ञान में लिया गया। शिकायत की जांच की गई। इस दौरान अतिक्रमणकारी अनावेदक बृजकिशोर वैष्णव द्वारा विवादित क्षेत्र में लगातार कार्य किया जाता रहा। जिसके कारण आवेदिका मानसिक रूप से प्रताडि़त होने लगी। इसके साथ अनावेदक ने सार्वजनिक मार्ग में  अतिक्रमण कर फेंसिग का दायरा भी बढ़ा दिया। 


मार्ग किनारे 08 ट्राली डलवा दी मिट्टी :


बताया गया कि सार्वजनिक मार्ग में अतिक्रमणकारी द्वारा दबंगता दिखाते हुए अतिक्रमण का दायरा बढ़ा दिया था, जिसके आने जाने में परेशानी हो रही थी। इसके साथ फेंसिंग का दायरा भी बढ़ा दिया गया और 08 ट्राली मिट्टी भी इसी बढ़े हुए दायरे में डलवाया गया। जिसके कारण बारिश के दौरान यह मिट्टी मार्ग में आ गई। जिसके कारण आवाजाही में परेशानी का सामना करना पड़ रहा था। इस मिट्टी के कारण हादसे का भी अंदेशा था। लेकिन अतिक्रमणकारी द्वारा मनमानी करते हुए यह कार्य किया गया। 


रिक्त भूमि पर हो रहा था सार्वजनिक आवागमन :


बता दे कि प्रज्ञा नगर देवदरा शिव मंदिर के पीछे कच्चे मार्ग में रिक्त जमीन थी। जिसकी पुष्टि इस क्षेत्र के आरआई द्वारा भी किया गया था कि इस मार्ग से लगी जमीन रिक्त है। जिस जमीन से सार्वजनिक आवागमन हो रहा था। इसके लिए सरपंच व वार्ड मेम्बर द्वारा भी लिखित में दिया गया था कि इस जमीन को मार्ग के लिए उपयोग में किया जा रहा है। लेकिन अतिक्रमणकारी के हौसले बुलंद थे। कार्रवाई नहीं होने के कारण अनावेदक अतिक्रमणकारी द्वारा लगातार सार्वजनिक मार्ग पर प्रतिदिन कार्य किया जा रहा था और सार्वजनिक मार्ग का दायरा भी अपने अधिकार क्षेत्र में कर लिया गया। 


कीचड़मय हो गया था मार्ग :


बताया गया कि अनावेदक द्वारा मार्ग किनारे जो मिट्टी डलवाई गई थी, उसके कारण बारिश में यह मिट्टी पूरे मार्ग में आ गई। जिसके कारण मार्ग कीचड़ में तब्दील हो गया। इस कीचड़ भरे मार्ग से आवाजाही में काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा था। अनावेदक द्वारा मार्ग में अपना दायरा बढ़ाते हुए खाली जमीन में फेसिंग कर दी गई। जिसके कारण यहां से आवाजाही में काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा था। 


राजस्व अमले ने हटवाया अनाधिकृत कब्जा :


सार्वजनिक मार्ग में अतिक्रमण की शिकायत एक बार फिर जनसुनवाई में जुलाई माह में भी की गई। जिसके बाद कलेक्टर द्वारा जनसुनवाई में प्राप्त आवेदन पर त्वरित कार्यवाही करते हुए अनुविभागीय अधिकारी मंडला के आदेशानुसार तहसीलदार मंडला द्वारा न्यायालय में संस्थित प्रकरण के बेदखली आदेश के बाद तहसील मंडला अंतर्गत ग्राम देवदरा में अनावेदक द्वारा तार की फेंसिंग लगाकर किये गये अनाधिकृत कब्जे को राजस्व विभाग की टीम व पंचायत की टीम के द्वारा जेसीबी की सहायता से हटाया गया।


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