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करीब 10 दिन पुराना है टाइगर का शव |
मण्डला - कान्हा टाइगर रिजर्व मंडला के कोर जोन के अंतर्गत भैसानघाट परिक्षेत्र के खमोडीदादर बीट कक्ष क्रमांक 240 में वन कर्मचारी गश्ती के दौरान गुजरे। जहां सोमवार को कर्मचारियों ने गश्ती के दौरान मृत वन्यप्राणी बाघ का सड़ा-गला शव दिखाई दिया। शव को देखकर लग रहा था कि यह टाइगर का शव काफी दिन पुराना है। वन्यप्राणी का शव पूरी तरह से सड़ गल चुका था।
गश्ती कर रहे वन कर्मचारियों ने इसकी जानकारी क्षेत्र संचालक एवं उप संचालक कान्हा टाइगर रिजर्व को दी गई। जानकारी मिलते ही अधिकारी मौके पर पहुंचे। जहां घटना स्थल का मुआयना किया। टाइगर का शव करीब 8 से 10 दिन पुराना बताया गया और शव को स्क्ेवेंजर द्वारा खाया जाना प्रतीत बताया गया। घटना स्थल के आस पास हडिडयां पड़ी मिली है। जिसे एकत्र किया गया।
बताया गया कि मृत टाइगर की अनुमानित आयु 18-24 माह की है। सोमवार 31 जुलाई को मृत टाइगर के शव परीक्षण राष्ट्रीय बाघ संरक्षण प्राधिकरण नई दिल्ली प्रोटोकाल के अनुसार कान्हा टायगर रिजर्व मंडला के वन्यप्राणी चिकित्सक डॉ. संदीप अग्रवाल एवं एनटीसीए के प्रतिनिधि प्रिया वारेकर, एसके सिंह क्षेत्र संचालक कान्हा टाइगर रिजर्व समेत अन्य अधिकारियों की उपस्थिति में शव का परीक्षण किया गया। शव परीक्षण के बाद टाइगर के आवश्यक अवयव फोरेंसिक जांच के लिए सुरक्षित रखकर संपूर्ण अवशेष को जलाकर नष्ट किया गया। प्रथम दृष्टया बाघ की मृत्यु का कारण स्पष्ट नहीं है।
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