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Friday, December 20, 2024

महिला कांग्रेस ने केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह का पुतला फूँका,बर्खास्त करने की मांग को लेकर राष्ट्रपति के नाम सौंपा ज्ञापन



डिंडौरी न्यूज़। अखिल भारतीय महिला कांग्रेस की राष्ट्रीय अध्यक्षा अलका लंबा  महिला कांग्रेस प्रदेश अध्यक्षा विभा पटेल के निर्देश एवं पूर्व मंत्री डिंड़ौरी विधायक ओमकार सिंह मरकाम के मार्ग दर्शन पर बाबा साहब भीमराव आंबेडकर के खिलाफ केन्द्रीय गृहमंत्री अमित शाह द्वारा गत दिवस संसद में दिये गये बयान के विरोध मे महिला कांग्रेस जिलाध्यक्ष संतोषी रामजी साहू के नेतृत्व में महिला कांग्रेस पदाधिकारियों के द्वारा गृहमंत्री अमित शाह का अवंती बाई चौक में पुतला दहन कर नारे बाजी करते हुए कलेक्ट्रेट पहुँच महामहिम राष्ट्रपति के नाम   एसडीएम को ज्ञापन सौंपा।



 महिला कांग्रेस जिलाध्यक्ष संतोषी रामजी साहू के कहा कि गृहमंत्री अमित शाह ने छह बार डॉक्टर अंबेडकर का नाम लिया और संसद में कहा है कि उनका नाम लेने का फ़ैशन हो गया है। यह बहुत ही निंदनीय है। क्या डॉक्टर अंबेडकर को याद करना फ़ैशन है? अंबेडकर जी का नाम लेने से अधिकार मिलते हैं। अंबेडकर जी का नाम लेना मानवीय गरिमा का प्रतीक है। अंबेडकर जी का नाम करोड़ों दलितों-वंचितों के आत्मसम्मान का प्रतीक है। अंबेडकर जी के नाम से उसी को दिक्कत हो सकती है जिसे संविधान से, बराबरी से, भागीदारी से दिक्कत हो।गृहमंत्री अमित शाह के बयान में झुँझलाहट ज़्यादा दिखाई पड़ती है, बाबा साहेब पर गृह मंत्री की अपमानजनक टिप्पणी को देश न भूलेगा, न बर्दाश्त करेगा। अमित शाह को माफ़ी मांगनी ही होगी।



 हमने महामहिम राष्ट्रपति महोदय जी के नाम का ज्ञापन कलेक्टर महोदय मध्यम से दिया है और मांग किये है कि बाबा साहेब पर गृह मंत्री की अपमानजनक टिप्पणी के लिये उन्हें देशवासियों से माफी मांगनी होगी और उन्हें मंत्री मंडल से बर्खास्त किया जाना चाहिए। 

ज्ञापन में उल्लेख किया है कि डॉ.बाबासाहब आम्बेडकर नाम से लोकप्रिय, भारतीय बहुज्ञ, विधिवेत्ता, अर्थशास्त्री, राजनीतिज्ञ, लेखक और समाजसुधारक थे। उन्होंने दलित बौद्ध आंदोलन को प्रेरित किया और दलितों से होने वाले सामाजिक भेदभाव के विरुद्ध अभियान चलाया था। उन्होंने श्रमिकों, किसानों और महिलाओं के अधिकारों का समर्थन भी किया था। वे स्वतंत्र भारत के प्रथम विधि एवं न्याय मन्त्री, भारतीय संविधान के जनक एवं भारत गणराज्य के निर्माता थे। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह जी ने छह बार डॉक्टर अंबेडकर का नाम लिया और संसद में कहा है कि उनका नाम लेने का फ़ैशन हो गया है। यह बहुत ही निंदनीय है। महिला कांग्रेस इसकी घोर निंदा करती है। क्या डॉक्टर अंबेडकर को याद करना फ़ैशन है? अंबेडकर जी का नाम लेने से अधिकार मिलते हैं। अंबेडकर जी का नाम लेना मानवीय गरिमा का प्रतीक है। अंबेडकर जी का नाम करोड़ों दलितों-वंचितों के आत्मसम्मान का प्रतीक है। अंबेडकर जी के नाम से उसी को दिक्कत हो सकती है जिसे संविधान से, बराबरी से, भागीदारी से दिक्कत हो। गृहमंत्री अमित शाह का बयान BJP-RSS की संविधान-विरोधी, अंबेडकर-विरोधी, मनुवादी मानसिकता का कड़वा सच है। केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह जी के बयान में झुँझलाहट ज़्यादा दिखाई पड़ती है, बाबा साहेब पर गृह मंत्री की अपमानजनक टिप्पणी को देश न भूलेगा, न बर्दाश्त करेगा। गृहमंत्री जी को देश से माफी मांगनी पडेगी। महामहिम जी बाबा साहेब पर गृह मंत्री की अपमानजनक टिप्पणी के लिये उन्हें देशवासियों से माफी एवं मंत्री मंडल से बर्खास्त किये जाने की मांग महिला कांग्रेस करती है। 


- प्रदर्शन के दौरान ये रहें मौजूद 


इस अवसर पर डिंड़ौरी जिलाध्यक्ष अशोक पड़वार, अमित गुप्ता, संगनी उद्दे, रमाकांत साहू, जावेद इकबाल, अयोध्या बिसेन, जीतू ठाकुर, गुलवसिया बाई, प्रतिमा सांडया, सुमंत्री आयाम, मोहवती यादव, भारत श्रीवास, शिवकुमार धुर्वे, तोकसिंह मरावी, लोकेश पटेरिया, वृंदा परस्ते, राधा शर्मा, लक्ष्मी ठाकुर, ऊषा बर्मन, मकसूद खान, खलीद खान, दिनेश बर्मन, कलिंदिया बाई एवं भारी संख्या में कांग्रेस पदाधिकारी मौजूद रहीं।



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